आज हम आपको हाइबरनेशन ( Hibernation )के बारे में जानकारी देंगे , कि हाइबरनेशन (Hibernation) क्या होता है? और कुछ जीव (Animal or bird) भी होते हैं जिनपर हाइबरनेशन (Hibernation) का प्रभाव पड़ता है।
पहले बात करते हैं हाइबरनेशन (Hibernation) क्या होता है?
हाइबरनेशन (Hibernation) मतलब कि शीतनिद्रा (Deep sleep) या फिर सुस्तवस्ता (Laziness) होती है। इसका प्रभाव सर्दियों में ज्यादा होता है।
हाइबरनेशन गर्म रक्त वाले जानवरों के शरीर में जीवन प्रक्रियाओं और रासायनिक चया-पचय को धीमा करने का समय है।
इस स्थिति की मुख्य विशेषताएं: शरीर के तापमान में कई डिग्री की कमी, साँस लेना दुर्लभ हो जाता है, दिल की धड़कन धीमी हो जाती है, शारीरिक प्रक्रियाओं का निषेध होता है।
हाइबरनेशन का उपयोग जानवरों द्वारा स्व-संरक्षण के लिए अवधियों के दौरान किया जाता है। जब भोजन ढूंढना मुश्किल होता है, जब गंभीर ठंड होती है। यह स्थिति कई दिनों से कई महीनों तक रह सकती है।
दोस्तों , अब सर्दियों में कंपकंपाती हुई ठंड में
हम तो गर्म कपड़े पहन लेते हैं ताकि हमे कंपकंपाती सर्दी में कांपना ना पड़े। लेकिन जानवर क्या करते होगे ख़ुद को सर्दी से बचाने के लिए?
क्या कभी आपने सोचा है?
तो हम आपको 6 एसे जीव के बारे में बताते हैं जो सर्दियों मे हाइबरनेशन (Hibernation) मे चले जाते हैं।
यह जीव जमीन के नीचे ऐसी जगहों पर छुप या चले जाते हैं। जहा उन पर ठंड का असर नहीं होता और ना ही उन्हे ठंड लगती है। इसी कारण वह पूरी सर्दी सोये रहते हैं। इसी लंबी नींद अवस्था को हाइबरनेशन (Hibernation) कहते हैं।
भालू |
भालू सर्दियों में ज्यादा समय जमीन में खोदे गये गड्ढों, मांद, गुफाओं या खोखले पेड़ों मे सोकर बिताते हैं। शीत ऋतु के दोरान काले भालू लगभग 60 दिनों तक बिना भोजन-पानी के आराम से रह सकता है। इस नींद के दौरान, भालू का शरीर का तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, जबकि जानवर का सामान्य तापमान लगभग 38 डिग्री सेल्सियस होता है। ठंड के करीब भालू में वसा की अंडरस्फेस परत 7-9 सेमी की मोटाई तक पहुंचती है। महिला भालू 150 किलोग्राम तक और अधिक वजन प्राप्त करती हैं, पुरुषों भालू का वजन 300 किलोग्राम तक होता है। जिसमें कुल वजन वसा का 1/3 होता है। सर्दियों के कुछ दिन पहले, वे खाना बंद कर देते हैं और अपनी आंतों को सक्रिय रूप से खाली कर देते हैं। आखिरकार, जब भालू हाइबरनेट करते हैं, तो वे छह महीने तक नहीं खाते हैं, पानी नहीं पीते हैं और शौच नहीं करते हैं।
घोंघा |
घोंघा एक शाकाहारी जीव है जो घांस व पत्ते खाता है। घोंघे का शरीर नरम होता है और पीठ पर एक घुमावदार खोल होता है। जिसकी मदद से वह किसी भी तरह के खतरे का आभास होने पर इसमें छिप जाते हैं। ये घुमावदार खोल ही घोंघे की सुरक्षा करता है। हाइबरनेशन के दौरान घोंघा आपने खोल मे चला जाता है। अपनी त्वचा के छेद को बंद करने के लिए चौक और कीचड़ जैसी झिल्ली तैयार करता है, जिससे इनके अंदर नमी बनी रहती है। हाइबरनेशन के दोरान यह ऊर्जा का बिल्कुल भी उपयोग नहीं करता, इसलिय उसे भोजन की ज़रूरत ही नहीं पढ़ती।
हेजहॉग्स |
हेजहॉग्स (Hedgehogs) हाइबरनेशन के दौरान, एक हेजहोग के शरीर का तापमान लगभग 2 ° C (36 ° F) तक घट सकता है। जब जानवर हाइबरनेशन से जागता है, तो शरीर का तापमान 2 से 5 डिग्री सेल्सियस (36–41 डिग्री फ़ारेनहाइट) तक वापस सामान्य 30-35 डिग्री सेल्सियस (86–95 डिग्री फ़ारेनहाइट) शरीर के तापमान से बढ़ जाता है। यह लंबे समय तक सो सकते हैं। इनके शरीर में खास तरह के सेल्स होते हैं। जो इनके शरीर को गर्म बनाए रखते हैं।
Garter Sankes |
(Garter Sankes) ग्रुप में हाइबरनेशन में जाते हैं। ये भी कहा जाता है कि सांप सैकड़ों और हजारों की संख्या में एक साथ हाइबरनेट करते हैं, "यानी की एक साथ शीत निद्रा में जाते हैं"। सर्दियां खत्म होने पर यह वापिस बाहर आ जाते हैं।
बॉक्स टर्टल |
बॉक्स टर्टल अमेरिका और इसके आसपास के इलाकों में ज्यादातर पाए जाते हैं। अधिकांश उत्तरी अमेरिकी बॉक्स कछुए हाइबरनेशन के दौरान कम सक्रिय हो जाएंगे, कम खाएंगे, और सितंबर या अक्टूबर के आसपास छिपने के लिए स्थानों की तलाश करेंगे।
यह करीब 3 से लेकर 5 महीनों के लिए सो सकते है। ठंड के मौसम में इनके सांस लेने की गति और दिल धड़कन की गति भी कम हो जाती है। जिस कारण यह गहरी नींद में चले जाते हैं। और सर्दियों में सोए ही रहते हैं।
चमगादड़ |
चमगादड़ (Bat) आमतौर पर नवंबर से अप्रैल तक हाइबरनेट करते हैं। चमगादड़ अपनी सांस को एक मिनट में पांच सांसों तक धीमा कर सकते हैं। कुछ प्रजातियां बिना सांस लिए लगभग एक घंटे तक रह सकती हैंl चमगादड़ ज्यादा से ज्यादा लगभग 344 दिनों तक नींद की अवस्था में रह सकते हैं। इस दौरान इस छोटे से प्राणी को भोजन की भी जरूरत नहीं पड़ती।