हर हर महादेव दोस्तों 🙏
इस ब्लॉग में हम आपको भगवान शिव जी के एक और पवित्र ज्योतिर्लिंग नागेश्वर धाम की संपूर्ण यात्रा जानकारी देंगे।
गुजरात के द्वारका शहर में स्थित यह मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हर साल लाखों भक्त यहां दर्शन करने आते हैं।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग कहां स्थित है?
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, गुजरात के द्वारका शहर से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
द्वारका नगरी भगवान श्री कृष्ण जी की प्रिय नगरी है और चार धामों में से एक धाम भी है।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग कैसे पहुंचे?
🚆 ट्रेन से यात्रा
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन – द्वारका रेलवे स्टेशन
दूसरा विकल्प – सोमनाथ रेलवे स्टेशन
अपने शहर से सीधी ट्रेन लेकर द्वारका आ सकते हैं।
अगर आप सोमनाथ पहुंचते हैं, तो वहां से द्वारका के लिए ट्रेन आसानी से मिल जाएगी।
द्वारका स्टेशन से बाहर निकलते ही आपको बस, ऑटो और टैक्सी मिल जाएंगी जो आपको सीधे नागेश्वर धाम पहुंचा देंगी। (दूरी 15-16 किमी)।
✈️ फ्लाइट से यात्रा
सबसे नजदीकी एयरपोर्ट – जामनगर एयरपोर्ट (133 किमी दूर)
एयरपोर्ट से बाहर बस और टैक्सी आसानी से उपलब्ध होती हैं।
जामनगर रेलवे स्टेशन (9 किमी) से ट्रेन लेकर आप द्वारका भी पहुंच सकते हैं।
नागेश्वर धाम में ठहरने की व्यवस्था
आपके पास दो विकल्प हैं –
1. द्वारका शहर में रुकना
यहां बहुत सारी धर्मशालाएं और होटल उपलब्ध हैं।
कमरे का किराया ₹500 से ₹1500 तक मिलेगा।
सलाह: आप द्वारका में ही 2 दिन ठहरें।
एक दिन नागेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन करें।
दूसरे दिन द्वारका धाम और आसपास घूमें।
2. नागेश्वर धाम के आसपास रुकना
यहां भी धर्मशालाएं और होटल उपलब्ध हैं, पर सुविधाएं द्वारका में ज्यादा हैं।
नागेश्वर धाम के आसपास खाने-पीने की व्यवस्था
यहां पर आपको गुजराती स्टाइल का खाना सस्ते दामों में आसानी से मिल जाएगा।
आसपास बहुत सारी रेस्टोरेंट और फूड शॉप्स हैं।
विशेष रूप से रगड़ा समोसा जरूर खाएं। 🍴
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन की जानकारी
मंदिर में प्रवेश से पहले जूते-चप्पल जमा करें और मोबाइल फोन साइलेंट करें।
मंदिर परिसर बहुत सुंदर है और यहां कई छोटे-छोटे मंदिर भी हैं।
ज्योतिर्लिंग के दर्शन मंदिर के अंदर नीचे की ओर किए जाते हैं।
घूमने की मुख्य जगहें (नागेश्वर धाम और द्वारका के आसपास)
1. गोपी तलाव (4 किमी दूर)
कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण जी से गोपियां यहीं मिलने आई थीं।
2. रुक्मिणी मंदिर
यहां भगवान श्रीराम नाम का तैरता हुआ पत्थर देखने को मिलता है।
3. वेद द्वारका मंदिर
सुदर्शन ब्रिज पार करके यहां पहुंचा जाता है। माना जाता है कि यहां भगवान श्री कृष्ण जी अपने परिवार के साथ रहते थे।
4. द्वारकाधीश मंदिर
इसे पुराना द्वारका मंदिर भी कहा जाता है।
लगभग 5000 साल पुराना माना जाता है।
यहां मोबाइल और बैग अंदर ले जाना मना है।
मंदिर के पास निशुल्क भंडारा भी होता है।
5. सोने की द्वारका (Dwarka Museum)
एंट्री टिकट: ₹40
यहां भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन की संपूर्ण झलकियां मिलती हैं।
6. मकरध्वज मंदिर (हनुमान जी के पुत्र)
द्वारकाधीश मंदिर से 7 किमी दूरी पर स्थित है।
यहां पर भोजन प्रसाद और चाय-नाश्ते की व्यवस्था भी रहती है।
7. 84 धुनी संतों का आश्रम
यहां साधु-संतों की तपस्या स्थली है और कई हवन कुंड देखने को मिलते हैं।
8. शिवराजपुर बीच
द्वारकाधीश मंदिर से 12 किमी और वेद द्वारका से 40 किमी दूर।
यहां पर स्कूबा डाइविंग, वोटिंग और अन्य एडवेंचर एक्टिविटी मिलती हैं।
एंट्री टिकट: ₹30
समय: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक।
यात्रा सुझाव
अगर आप 2 व्यक्ति हैं तो स्कूटी किराए पर लें (₹500/day + पेट्रोल)।
फैमिली के साथ हैं तो टैक्सी बुक करें (₹1500-₹2000) – यह आपको सभी जगह घुमा देगी।
मंदिरों में नियमों का पालन जरूर करें।
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नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की यात्रा न केवल आध्यात्मिक शांति देती है बल्कि द्वारका और आसपास की जगहें आपके अनुभव को और भी खास बना देती हैं।
आप यहां भगवान शिव जी के ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण जी की पावन नगरी द्वारका भी घूम सकते हैं।
हर हर महादेव 🙏