नमस्कार दोस्तों! आज हम आपको ले चलेंगे धरती की उन जगहों पर, जहाँ बारिश का पैमाना ही कुछ और है – ऐसे सुपर-रेनफॉरेस्ट से लेकर मौसम के वो अनोखे नज़ारे, जो हर मूसलाधार बूंद को खास बना देते हैं
1. मासिनराम, मेघालय (भारत)
विश्व का सबसे बरसाती स्थान माना जाता है यहाँ, जहाँ औसतन 11,872 mm वर्षा होती है। 1985 में रिकॉर्ड की गई हैरान कर देने वाली मात्रा—26,000 mm बारिश – गिनीज बुक में दर्ज है।
2. चेरापूंजी, मेघालय (भारत)
मासिनराम से महज़ 15 किमी दूर, चेरापूंजी भी बारिश के लिहाज़ से पीछे नहीं। यहाँ औसतन 11,600–11,800 mm बारिश होती है, और 1974 में एक वर्ष में 24,555 mm दर्ज हुआ था।
3. क्रोप्प नदी, न्यूजीलैंड
न्यूज़ीलैंड की यह छोटी नदी – लगभग 10 किमी लंबी – हर साल औसतन 11,516 mm बारिश होती है। 1998 में तो 16,617 mm का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था।
4. सैन एंटोनियो दे उरेका, इक्वेटोरियल गिनी (अफ्रीका)
ये छोटा सा गांव अफ्रीका में बारिश की दुनिया में सुपरस्टार है—यहाँ औसतन 10,450 mm बारिश होती है, जो इसे अफ्रीका का सबसे बरसाती स्थान बनाती है।
5. कोलंबिया के तुतुनेन्डो
यहाँ औसतन सिर्फ 644 mm बारिश होती है,
लेकिन वर्ष के लगभग 350 दिन बारिश होती है, यानी यहाँ हर दिन 'बारिश के मौसम' जैसे लगते हैं।
तो दोस्तों, ये थे धरती के वो पाँच हॉटस्पॉट जहाँ बारिश किसी उत्सव से कम नहीं होती! चाहें वह भारत का मूसलाधार दोहन हो, न्यूजीलैंड की मैदानी बारिश की उपज हो, या अफ्रीकी गीले मौसम का जश्न—प्रकृति ने हर कोने को अपनी अपनी बारिश की शान दी है।
✅ संक्षिप्त तथ्य तालिका:
स्थान औसत वर्षा (mm/वर्ष)
1. मासिनराम, भारत 11,872
2. चेरापूंजी, भारत ~11,600–11,800
3. क्रोप्प नदी, न्यूजीलैंड ~11,516
4. सैन एंटोनियो डे उरेका, इक्वॅटोरियल गिनी 10,450
5. तुतुनेन्डो, कोलंबिया ~644 (लेकिन 350 दिन बारिश)