हर हर महादेव दोस्तों!
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, जो महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले की सह्याद्रि पहाड़ियों (नगर शैली) में स्थित है। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए भी बेहद खास है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे –
भीमाशंकर तक पहुँचने का तरीका
रहने और खाने की व्यवस्था
मंदिर दर्शन की जानकारी
आसपास घूमने की प्रमुख जगहें
और यात्रा के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
भीमाशंकर कैसे पहुँचे?
1. ट्रेन से
अगर आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं तो पहले पुणे जंक्शन पहुँचना होगा।
वहाँ से बाहर निकलकर ऑटो से सीधे छत्रपति शिवाजी बस स्टैंड पहुँचे (स्टेशन से बस स्टैंड की दूरी बहुत कम है)।
बस स्टैंड पर आपको भीमाशंकर जाने वाली बसें 14–15 नंबर प्लेटफॉर्म से मिलेंगी।
यह दूरी लगभग 120 किमी है और बस से पहुँचने में करीब 4–5 घंटे लगते हैं।
ध्यान रहे – बसें केवल सुबह से शाम तक चलती हैं, रात को बस सेवा उपलब्ध नहीं होती क्योंकि यह पहाड़ी और जंगल क्षेत्र है।
2. फ्लाइट से
यदि आप हवाई मार्ग से आना चाहते हैं तो निकटतम एयरपोर्ट है पुणे इंटरनेशनल एयरपोर्ट।
एयरपोर्ट से 9–10 किमी दूर स्थित छत्रपति शिवाजी बस स्टैंड तक ऑटो से जाएँ।
वहाँ से बस लेकर सीधे भीमाशंकर पहुँचा जा सकता है।
रहने की व्यवस्था
भीमाशंकर मंदिर पहाड़ी और जंगल क्षेत्र में स्थित है, इसलिए यहाँ होटल और धर्मशालाएँ सीमित संख्या में मिलती हैं।
सामान्य कमरे ₹500 से ₹800 के बीच उपलब्ध होते हैं।
त्योहारों या शिवरात्रि जैसे विशेष अवसरों पर किराया अधिक हो सकता है।
पहले से बुकिंग करना यहाँ संभव नहीं है, इसलिए भीड़ के समय जल्द पहुँचकर रूम लेना बेहतर रहता है।
खाने-पीने की सुविधा
मंदिर के बाहर ही आपको छोटे-छोटे ढाबे और रेस्टोरेंट मिल जाएँगे।
एक थाली का मूल्य लगभग ₹100–₹120 है।
यहाँ पर फास्ट फूड और सूखे मेवे से बनी मिठाइयाँ भी आसानी से उपलब्ध हैं।
दर्शन की जानकारी
भीमाशंकर मंदिर पहाड़ी के नीचे स्थित है। वहाँ जाने के लिए दो रास्ते हैं:
1. स्लोप रास्ता – पैदल उतरने के लिए आसान।
2. सीढ़ियों वाला रास्ता – सीधे सीढ़ियाँ उतरकर मंदिर तक जाता है।
👉 इसके अलावा, पालकी की भी व्यवस्था है। पालकी वाले लगभग ₹500 में आपको नीचे मंदिर तक पहुँचा देते हैं।
दर्शन की लाइने
साधारण लाइन: इसमें करीब 2–3 घंटे लग सकते हैं।
वीआईपी पास: ₹500 में पास लेकर केवल 15–20 मिनट में दर्शन संभव।
👉 सुबह के समय भीड़ कम रहती है, इसलिए बेहतर होगा कि आप मॉर्निंग दर्शन करें। उस समय आप आरती और श्रृंगार दर्शन का आनंद भी ले सकते हैं।
आसपास घूमने की जगहें
1. राम मंदिर – मुख्य मंदिर के पास ही स्थित।
2. भीमा नदी का उद्गम स्थल – मंदिर से कुछ ही मिनट की दूरी पर एक प्राचीन कुंड है, जहाँ से भीमा नदी निकलती है।
3. गुप्त भीमाशंकर – यहाँ पर भीमा नदी लगातार शिवलिंग पर जलाभिषेक करती रहती है।
यह स्थान मंदिर से लगभग 5–6 किमी ट्रैकिंग के बाद मिलता है।
रास्ता जंगल से होकर गुजरता है और बीच में साक्षी गणपति मंदिर भी आता है।
यहाँ पहुँचकर आप जल के भीतर स्थित गुप्त ज्योतिर्लिंग के दर्शन करेंगे।
4. माँ पार्वती मंदिर – मुख्य मंदिर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर।
5. मुंबई पॉइंट – यहाँ से पहाड़ों का विहंगम दृश्य और शाम का सूर्यास्त बेहद सुंदर दिखाई देता है।
6. हनुमान झील (Hanuman Lake) – मंदिर से लगभग 2 किमी दूर।
7. झरना और ट्रैकिंग स्पॉट्स – गुप्त भीमाशंकर जाते समय आपको झरने और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद भी मिलेगा।
सुझाया गया यात्रा प्लान (1 रात 2 दिन)
पहला दिन:
सुबह भीमाशंकर मंदिर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन करें।
पास के मंदिरों और भीमा उद्गम स्थल को देखें।
शाम को मुंबई पॉइंट पर जाकर सूर्यास्त का आनंद लें।
दूसरा दिन:
गुप्त भीमाशंकर की ट्रैकिंग करें और साक्षी गणपति मंदिर देखें।
पास के झरने और हनुमान झील घूमें।
माँ पार्वती मंदिर में दर्शन कर पुणे लौट जाएँ।
यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
यह क्षेत्र वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी है, इसलिए यदि आप अपनी गाड़ी से जाते हैं तो प्रवेश शुल्क लगभग ₹50 देना होगा।
शाम 6 बजे के बाद पुणे जाने वाली कोई बस उपलब्ध नहीं होती। यदि आप देर कर दें तो रुकने की व्यवस्था करनी होगी।
यहाँ बारिश और धुंध अधिक रहती है, इसलिए रेनकोट और गर्म कपड़े साथ रखें।
ट्रैकिंग के समय ध्यान रखें कि रास्ता जंगल से होकर जाता है। पेड़ों और पत्थरों पर बने निशान को देखकर ही आगे बढ़ें।
निष्कर्ष
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि प्रकृति, रोमांच और आध्यात्मिकता का संगम है। यहाँ की यात्रा आपको शिवभक्ति के साथ-साथ पहाड़ों और जंगलों की सुंदरता का अनुभव भी कराएगी।
हर हर महादेव!
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