Lake Karachay (लेक काराचाय)। यह रूस की Ural Mountains (उरल पर्वत) की तलहटी में, Chelyabinsk Oblast क्षेत्र में स्थित है और इसे दुनिया की सबसे खतरनाक एवं रेडियोएक्टिव झील माना जाता है।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं:
1. झील का परिचय
नाम: Lake Karachay (Карaчай)
स्थान: दक्षिणी रूस, Chelyabinsk Oblast, Ural पर्वत क्षेत्र
आकार: बहुत बड़ी झील नहीं है (लगभग 1 किमी² क्षेत्रफल)
लेकिन इसकी खतरनाकी इसका छोटा आकार नहीं, बल्कि इसमें मौजूद रेडियोएक्टिव कचरा है।
2. खतरनाक क्यों है?
इस झील में Mayak Nuclear Facility (मायाक परमाणु संयंत्र) से निकलने वाला रेडियोएक्टिव कचरा 1951 से डाला जाता रहा।
सोवियत संघ ने इस संयंत्र को 1940 के दशक में बनाया था ताकि परमाणु बम के लिए प्लूटोनियम तैयार किया जा सके।
लाखों गैलन तरल रेडियोएक्टिव कचरा सीधे इस झील में छोड़ दिया गया।
परिणामस्वरूप, झील का पानी इतना ज़हरीला और रेडियोएक्टिव हो गया कि सिर्फ किनारे पर खड़े रहना भी जानलेवा है।
3. कितना खतरनाक?
वैज्ञानिकों के अनुसार, सिर्फ 1 घंटा किनारे पर खड़े रहने से इतनी रेडिएशन डोज मिल जाती है जो इंसान को पक्का मार सकती है।
इस झील का रेडिएशन लेवल इतना है कि यह चेर्नोबिल और फुकुशिमा जैसी आपदाओं से भी अधिक खतरनाक साबित हुआ।
1960 के दशक में आसपास की आबादी को कैंसर, जन्म दोष और कई गंभीर बीमारियाँ होने लगीं।
4. 1967 की बड़ी त्रासदी
1967 में गर्मियों के दौरान झील का पानी सूखने लगा।
झील की सतह पर जमा रेडियोएक्टिव कीचड़ रेत और धूल में बदलकर हवा के साथ फैल गया।
लगभग 500,000 लोग रेडिएशन से प्रभावित हुए।
5. आज की स्थिति
झील को “दुनिया की सबसे प्रदूषित जगह” कहा जाता है।
रूस सरकार ने बाद में झील को कंक्रीट और पत्थरों से भरकर ढकने की कोशिश की ताकि रेडिएशन बाहर न फैले।
आज यह झील लगभग पूरी तरह से ढकी हुई है, लेकिन इसके नीचे अब भी करोड़ों टन रेडियोएक्टिव पदार्थ मौजूद हैं।
6. मुख्य तथ्य (संक्षेप में)
Lake Karachay = दुनिया की सबसे खतरनाक रेडियोएक्टिव झील।
Mayak Nuclear Plant से निकला कचरा यहाँ डाला गया।
1 घंटे के लिए किनारे खड़े रहना = मौत निश्चित।
1967 में हवा से फैली रेडियोएक्टिव धूल से लाखों लोग प्रभावित।
अब झील को कंक्रीट से ढक दिया गया है, लेकिन खतरा अभी भी मौजूद है।
👉 इसे एक तरह से “मौत की झील” कहा जा सकता है।