नमस्कार दोस्तों!
स्वागत है आपका मेरे Blogger में।
आज, मैं आपको लेकर चल रहा हूँ सिगनापुर के प्रसिद्ध श्री शनि देव महाराज जी के मंदिर की यात्रा पर।
ज्यादातर श्रद्धालु जो शिर्डी आते हैं, वे सिंगणापुर जाकर शनि देव के दर्शन ज़रूर करते हैं।
तो इस वीडियो में मैं आपको बताऊंगा—
सिगनापुर कैसे पहुँचे
रास्ते में क्या अनुभव मिलेगा
मंदिर में दर्शन की प्रक्रिया
तेल अर्पण कैसे करें
भोजन और ठहरने की व्यवस्था
तो चलिए दोस्तों, वीडियो की शुरुआत करते हैं…
🚗 शिर्डी से सिगनापुर कैसे पहुँचें?
शिर्डी से सिंगणापुर पहुँचना बहुत आसान है।
मंदिर परिसर के बाहर मेन रोड पर आपको कई ट्रैवल एजेंट मिल जाएंगे, जो टेंपो ट्रैवलर से आपको सिंगणापुर ले जाएंगे और वापस भी छोड़ देंगे — सिर्फ ₹200 में (आना-जाना दोनों)।
अगर आप बस से जाना चाहते हैं तो शिर्डी बस स्टैंड से भी बस मिल जाती है।
बस का किराया लगभग ₹100 है और अधिकतर बसें सुबह 8 बजे रवाना होती हैं।
बस स्टैंड पर जाकर आप समय और रूट की पूरी डिटेल ले सकते हैं।
मैं खुद टेंपो ट्रैवलर से गया था और आने-जाने में लगभग 5 घंटे लग गए थे।
रास्ते में ट्रैवलर आपको किसी ढाबे पर रुकवाएगा जहाँ आप भोजन कर सकते हैं।
यहीं पर आपको एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिलेगा—
बैल द्वारा लकड़ी के हथौड़ों से पारंपरिक तरीके से निकलता गन्ने का जूस।
दोस्तों, यह अनुभव आप बिल्कुल मिस न करें!
⛳ सिंगणापुर पहुँचने पर अनुभव
मंदिर परिसर बेहद सुंदर और शांत है।
यहाँ —
प्रसाद काउंटर
जूता स्टैंड
और साफ-सुथरी पार्किंग (मंदिर ट्रस्ट द्वारा) सब कुछ उपलब्ध है।
मंदिर के बाहर कई प्रसाद की दुकानें भी हैं।
लेकिन एक खास सावधानी—
कुछ दुकानदार जबरदस्ती प्रसाद बेचने या महंगा सामान देने की कोशिश कर सकते हैं,
और कुछ लोग धोखाधड़ी भी करते हैं।
इसलिए दोस्तों, सतर्क रहें और केवल मंदिर ट्रस्ट के काउंटर से ही प्रसाद या तेल लें।
🍛 भोजन और ठहरने की व्यवस्था
मंदिर की पार्किंग के पास ही भोजनालय है।
यहाँ आप ₹50 में अच्छा भोजन कर सकते हैं।
इसके अलावा,
शनि देव ट्रस्ट द्वारा “वक्त निवास” की सुविधा भी है।
अगर आप रुकना चाहें तो सिर्फ ₹300 में कमरा मिल जाता है।
🙏 मंदिर में दर्शन और तेल अर्पण
मंदिर में मोबाइल फोन ले जाना allowed है।
एंट्री पर आपको फ्री जूता काउंटर मिल जाएगा जहाँ आप चप्पल रख सकते हैं।
काउंटर के ठीक सामने मंदिर-ट्रस्ट द्वारा:
तेल
काला कपड़ा
पत्तों का प्रसाद
सब कुछ उपलब्ध है।
मंदिर के अंदर थोड़ा आगे आपको एक विशाल त्रिशूल दिखाई देगा।
अगर आपने काला कपड़ा या पत्ते लिए हैं, तो उन्हें आप इसी त्रिशूल पर चढ़ाते हैं।
तेल अर्पण की दो प्रक्रियाएँ होती हैं—
1️⃣ फ्री तेल अर्पण:
अगर आपके पास अपना तेल है या आप काउंटर से ले रहे हैं,
तो ट्रस्ट के बने हुए काउंटर पर तेल डालते ही वह सीधे शनि देव जी को अर्पित हो जाता है।
2️⃣ स्वयं तेल अभिषेक:
अगर आप अपने हाथों से तेल अर्पण करना चाहते हैं,
तो इसके लिए आपको काउंटर से ₹500 की पर्ची लेनी होगी।
फिर आप आगे जाकर खुद अभिषेक कर सकते हैं।
सबसे खास बात…
भगवान शनि देव यहाँ किसी छत या मंदिर के भीतर नहीं, बल्कि खुले आसमान के नीचे विराजमान हैं।
यहाँ का वातावरण बहुत ही शक्तिमान और दिव्य महसूस होता है।
मंदिर के आसपास कई छोटे-छोटे देवालय भी हैं जिन्हें आप दर्शन कर सकते हैं।
🕯 आरती और प्रसाद
यहाँ शनि देव की दिन में तीन बार आरती होती है।
हर आरती से पहले शनि देव को काला या नीला नया वस्त्र पहनाया जाता है,
क्योंकि यह रंग भगवान शनिदेव को अत्यंत प्रिय हैं।
यहाँ आपको सिर्फ ₹20 में बर्फी का प्रसाद भी मिलता है —
यह ज़रूर लें, बहुत स्वादिष्ट और पवित्र माना जाता है।
✨ निष्कर्ष
तो दोस्तों, यह थी शिर्डी से सिंगणापुर शनि देव मंदिर की पूरी यात्रा गाइड।
आशा करता हूँ आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।
कमेंट में "जय शनि महाराज" लिखना बिल्कुल मत भूलिएगा।

