इंडियन आर्मी में पद और रैंक के बारे में हम आपको विशेष जानकारी देने वाले हैं। ये जानना हमारे लिए बहुत ही जरुरी है, क्योंकि आर्मी की ड्रेस एक जैसे होती है। लेकिन उसमें लगे स्टार, चिन्ह की पहचान से पता कर सकते हैं की इनके पास कौन सा पद है और इनकी रैंक क्या है।
चलिए आपको नहीं पता तो आज हम आपको बता देते हैं।
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भारतीय सेना दुनिया की टॉप पांच सेवाओं में गिनी जाती है। जिसमें कुल 16 रैंक होती है। जिनको तीन श्रेणियों में रखा गया है। इन तीन श्रेणियों के अंतर्गत इंडियन आर्मी को रैंक दिए जाते हैं।
इंडियन आर्मी की तीन केटेगिरी कुछ इस प्रकार है।
पहली श्रेणी- कमिश्नर ऑफिसर (Commissioned officer)
दूसरी श्रेणी- जूनियर कमिशनर ऑफिसर (Junior commissioned officer)
तीसरी श्रेणी- नॉन कमिश्नर ऑफिसर (Non commissioned officer)
Indian Army Rank कमिश्नर ऑफिसर -Commissioned Officer
फील्ड मार्शल (Field Marshal)
फील्ड मार्शल इंडियन आर्मी में सबसे बड़ी रैंक होती है। ये पद अधिकारी को किसी सम्मान के स्वरुप दी जाती है। जब वे किसी मिशन में अपनी महत्वपूर्ण निभाते हैं और उस मिशन को सफल बनाते है।
पहचान चिन्ह :-
इनके कंधों पर लगे बैज पर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह और उसके नीचे कमल के फूलों के घेरे में बैटन और सांर्ड क्रॉस में होता है।
जनरल (General)
जनरल जिसे हम सेना प्रमुख के नाम से भी जानते हैं या कमांडर इन चीफ के नाम से भी जाना जाता है। ये इंडियन आर्मी में सबसे बड़ी रैंक होती हैं।
इनकी वर्दी पर एक क्रॉस्ड बैटन लगा होता है, एक स्टार के साथ एक अशोक स्तम्भ लगा हुआ होता है।
जनरल के पद पर अधिकारीयों को तीन साल तक के लिए नियुक्त किया जाता है या फिर 62 तक जनरल रैंक दी जाती है। इसके बाद इन्हे रिटायर कर दिया जाता है।
लेफ्टिनेंट जनरल (Lieutenant General)
इंडियन आर्मी में जनरल के बाद लेफ्टिनेंट जनरल (Lieutenant General) का पद आता है।
पहचान चिन्ह :-
इनकी पहचान आप देखेंगे इनके सोल्डर पर अशोक स्तम्भ, बैटन और सांर्ड क्रॉस लगे हुए होते हैं। इनके कॉलर पर तीन स्टार लगे होते हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर अधिकारियों को 60 वर्ष के बाद रिटायर कर दिया जाता हैं।
मेजर जनरल (Major general)
Lieutenant General के बाद मेजर जनरल की रैंक आती है।
पहचान चिन्ह :-
इनके सोल्डर पर एक कैंची और डंडा क्रॉस में लगे हुए होते हैं और इसके बीचों बीच एक स्टार लगा हुआ होता है। इनके दोनों कॉलर पर दो स्टार लगे होते हैं।
मेजर जनरल 58 वर्ष की आयु में रिटायर कर दिए जाते हैं।
ब्रिगेडियर (Brigadier)
मेजर जनरल के बाद का रैंक ब्रिगेडियर (brigadier) का आता हैं।
पहचान चिन्ह :-
इनकी वर्दी पर एक अशोक स्तम्भ और तीन स्टार लगे होते हैं।
ये 56 वर्ष तक ही अपनी सेवा देते हैं उसके बाद रिटायर कर दिए जाते हैं।
कर्नल (Colonel)
कर्नल (colonel) इंडियन आर्मी की पांचवे नंबर की रैंक होती है।
पहचान चिन्ह :-
कर्नल की वर्दी में सोल्डर पर अशोक स्तम्भ के साथ दो स्टार लगे होते हैं। कॉलर में मैरून रंग का पैच भी होता है जो कमांडिंग ऑफिसर का सिम्बल होता है।
इनका रिटायरमेंट 54 वर्ष की आयु तक कर दिया जाता हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल (Lieutenant Colonel)
लेफ्टिनेंट कर्नल कर्नल के बाद और मेजर से बड़ी रैंक होती है।
पहचान चिन्ह :-
लेफ्टिनेंट कर्नल की यूनिफार्म में एक अशोक स्तम्भ और एक स्टार लगा होता है
मेजर (Major)
लेफ्टिनेंट कर्नल के बाद जो रैंक आती है वो है मेजर।
पहचान चिन्ह :-
मेजर की वर्दी पर अशोक स्तम्भ लगे होते हैं। इनका सेलेक्शन के माध्यम से प्रमोशन किया जाता है।
कैप्टन (Captain)
मेजर (major) के बाद कैप्टेन का पद आता है।
पहचान चिन्ह :-
इसमे कैप्टेन के कन्धों पर तीन स्टार लगे होते हैं।
लेफ्टिनेंट (Lieutenant)
लेफ्टिनेंट कमीशन रैंक में सबसे पहला पद है।
पहचान चिन्ह :-
इनकी वर्दी पर 2 स्टार लगे होते हैं।
लेफ्टिनेंट आईएमए, ओटीए से ट्रेनिंग करते हैं उसके बाद उन्हें लेफ्टिनेंट का ही रैंक प्राप्त होता है।
Indian Army Rank जूनियर कमिशनर ऑफिसर Junior commissioned officer
सूबेदार मेजर (Subedar Major)
ये लेफ्टिनेंट से नीचे कमीशंड अधिकारी में माने जाते हैं। जूनियर कमिशनर ऑफिसर में सूबेदार मेजर का सबसे बड़ी रैंक होती है
जो सूबेदार मेजर होते हैं वे अपनी वर्दी पर एक अशोक स्तम्भ का सिंबल लगाते हैं और एक पिले, लाल रंग की पट्टी लगी होती हैl
सूबेदार (Subedaar)
सूबेदार मेजर के बाद का रैंक आता है सूबेदार
पहचान चिन्ह :-
सूबेदार की वर्दी पर दो-दो स्टार लगे होते हैं। दो लाल स्ट्रिप के बीच एक पिले रंग की स्ट्रिप होती है।
नायब सूबेदार (Naib Subedar)
सूबेदार के बाद नायब सूबेदार की रैंक आती है।
पहचान चिन्ह :-
इनकी वर्दी पर एक स्टार होता है। जिस पर एक लाल पीले रंग की स्ट्रिप भी लगी होती है।
Indian Army Rank नॉन कमिश्नर ऑफिसर Non commissioned officer
हवलदार (Havaldar)
नॉन कमिश्नर ऑफिसर में हवलदार का सबसे बड़ा पद होता हैं
पहचान चिन्ह :-
इनकी वर्दी पर लाल पिले रंग की तीन स्ट्रिप लगी होती है। जो V आकार में होती है।
नायक (Nayak)
हवलदार के बाद नायक की रैंक आती है।
पहचान चिन्ह :-
इनके कंधे पर V आकर के 2 स्ट्रीप होती है।
लांस नायक (Lance Nayak)
नायक के बाद लांस नायक का छोटा पद होता है।
पहचान चिन्ह :-
इनके वर्दी पर एक स्ट्रीप होती है।
सिपाही (Sipahi)
सिपाही रैंक में कोई भी सिंबल या चिन्ह नहीं होता है।
उनकी वर्दी पर केवल उनके रेजिमेंट का सिंबल होता है।
तो दोस्तों हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से इंडियन आर्मी (Indian Army) में पद और रैंक से जुडी जानकारी दी है। अगर आपको भारतीय सेना से जुडी कोई भी अन्य जानकारी चाहिए तो आप हमें नीचे कमेंट सेक्शन में जाकर मेसेज कर सकते हैं।
धन्यवाद 🙏