दांत में दर्द का सबसे बड़ा कारण दांत या दाढ का खोखला होना या फिर उसमें कीड़ा लगना होता है। जिसे कैरीज रोग भी कहते हैं।
इसका कारण यह होता है कि दांतों को साफ न करना जिससे कि कीटाणु दांत में लग जाते हैं और धीरे-धीरे दांत गलन शुरू हो जाते हैं और वह खुद टुकड़े-टुकड़े होकर निकलने लगते हैं। जिसे कई बार दांतों या दाढ में खड़े भी हो जाते हैं।
इसको आयुर्वेद तरीके से कैसे ठीक किया जाए इसके बारे में आज हम बात करेंगे
➠ आक आक की जड़ की छान को पानी में घिसकर दांत में रखने से दांत का कीड़ा मर जाता है।
➠ आक या सेहुण्ड दांत के गड्ढे में आक या सेहुण्ड का दूध लगाए।
➠ कपूर दांत में कीड़ा लगा हो तो वहां पर कपूर भर दे इसे कीड़ा मर जाएगा।
➠ अदरक अदरक को काटकर शहद और सिरके में मिला ले और इसे कीड़े लगे दांत पर लगे
➠ धतूरे के बीज धतूरे के बीजों को पीसकर गोली बनाकर दांत के खड्डे में रखने से कीड़ा मर जाता है।
➠ सेंधा नमक कत्था और सरसों सेंधा नमक कत्था और सरसों का तेल मिलाकर हर रोज और रात को दांतों एवं मसूड़े पर मले इसे आपके दांतों में कीड़ा भी नहीं लगेगा और आपके दांत और मसूड़े स्वस्थ रहेंगे