केदारनाथ यात्रा गाइड – संपूर्ण जानकारी स्टेप बाय स्टेप | Kedarnath Yatra Complete Guide in Hindi

हर हर महादेव दोस्तों!
केदारनाथ यात्रा में आपका स्वागत है 🙏
इस आर्टिकल में हम आपको केदारनाथ यात्रा की पूरी जानकारी स्टेप बाय स्टेप बताएंगे — स्टेशन से लेकर सोनप्रयाग, गौरीकुंड और फिर केदारनाथ मंदिर तक। साथ ही यह भी जानेंगे कि कहाँ रुकना है, कहाँ खाना है, और कैसे रजिस्ट्रेशन करना है।




🛤️ 1. हरिद्वार / ऋषिकेश से सोनप्रयाग तक की यात्रा

आप अपने नज़दीकी रेलवे स्टेशन से हरिद्वार या ऋषिकेश पहुंचें।
दोनों जगह रेलवे स्टेशन के बाहर ही आपको बस स्टैंड मिल जाएगा। यहां से उत्तराखंड परिवहन निगम की सरकारी बसें चलती हैं जो सीधे सोनप्रयाग ले जाती हैं।

सरकारी बस किराया: ₹600

प्राइवेट बस किराया: ₹800 तक

यात्रा समय: लगभग 7–8 घंटे


बसें आपको सीतापुर बस स्टैंड तक लेकर जाती हैं, जो सोनप्रयाग से लगभग 2 किमी पहले है। यहां से आप टैक्सी लेकर आगे जा सकते हैं।

अगर आप ग्रुप में हैं, तो प्राइवेट टैक्सी लेना बेहतर रहेगा। रास्ते में आपको कई खूबसूरत जगहें मिलेंगी —
सबसे प्रसिद्ध है देवप्रयाग, जहां भागीरथी और अलकनंदा नदी का संगम होता है। यहां भगवान श्री राम और राजा दशरथ ने तपस्या की थी। आप यहां स्नान कर सकते हैं और फिर आगे बढ़ें।



🚗 2. सोनप्रयाग पहुंचने पर क्या करें

सोनप्रयाग पहुंचने के बाद आपको पार्किंग की बड़ी सुविधा मिलेगी।
अगर आपने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया हुआ है तो यहां रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जाकर उसे चेक करवाएं।
अगर नहीं किया है, तो यहीं पर किसी भी वैध आईडी से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन वेबसाइट: registrationandtouristcare.uk.gov.in

वीडियो ट्यूटोरियल: डिस्क्रिप्शन में लिंक उपलब्ध है



🏠 3. ठहरने की व्यवस्था (Stay Options)

सोनप्रयाग और गौरीकुंड दोनों जगह रहने की व्यवस्था है:

सोनप्रयाग में रूम: ₹800 – ₹1500

गौरीकुंड में रूम: थोड़ा महंगा (₹1200 – ₹2000 तक)


अगर आप अगले दिन सुबह जल्दी दर्शन करना चाहते हैं तो गौरीकुंड में ठहरना बेहतर रहेगा।
सोनप्रयाग से गौरीकुंड दूरी: 6 किमी
टैक्सी किराया: ₹50 प्रति व्यक्ति

दोनों जगहों की मार्केट में रेस्टोरेंट, चाय-नाश्ते की दुकानें और जरूरी सामान आसानी से मिल जाते हैं।



🕉️ 4. गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रैकिंग यात्रा की शुरुआत

ट्रैकिंग शुरू करने से पहले उमापति महादेव मंदिर और गौरी माई मंदिर के दर्शन करें।
गौरी माई मंदिर के पास ही नीचे की ओर तप्तकुंड (गरम जल स्रोत) है — जहां स्नान करने की परंपरा है।

अगर आप पैदल नहीं चल सकते तो यहां से पालकी, घोड़े और खच्चर की सुविधा भी मिल जाती है।


🏞️ 5. ट्रैकिंग मार्ग (Trek Route Details)

कुल दूरी: लगभग 16 किमी

शुरुआत: गौरीकुंड

अंत: केदारनाथ मंदिर


रास्ता कठिन जरूर है, लेकिन बेहद खूबसूरत।
हर मोड़ पर आपको हिमालय के नज़ारे, झरने और पहाड़ी दृश्य देखने को मिलेंगे। रास्ते में खाने, वॉशरूम और मेडिकल की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।

ट्रैकिंग के प्रमुख पड़ाव:

1. जंगल चट्टी – टेंट की सुविधा उपलब्ध


2. हनुमान मंदिर – प्राचीन स्थल


3. भीम बली – रुकने और खाने की जगह


4. छोटी लिनचोली – टेंट और विश्राम स्थल


5. बड़ी लिनचोली – केदारनाथ से 10 किमी पहले


6. घोड़ा खच्चर पड़ाव – यहीं तक घोड़े आते हैं


7. हेलीपैड एरिया – हेलीकॉप्टर सेवा वालों के लिए




🚁 6. हेलीकॉप्टर सेवा (Helicopter Booking)

अगर आप ट्रैकिंग नहीं करना चाहते, तो हेलीकॉप्टर से भी केदारनाथ जा सकते हैं।

हेलिपैड लोकेशन:

गुप्तकाशी

फाटा

सिरसी


बुकिंग वेबसाइट: heliyatra.irctc.co.in



🔱 7. केदारनाथ मंदिर दर्शन प्रक्रिया

केदारनाथ पहुंचने पर सबसे पहले टोकन काउंटर से दर्शन टोकन लेना जरूरी है।
टोकन में टाइम स्लॉट लिखा होगा, उसी समय के अंदर दर्शन करना होता है।

जूता काउंटर चार्ज: ₹10 प्रति व्यक्ति

गर्भगृह प्रवेश पास: ₹1100


मंदिर के पास ही प्रसाद मार्केट, रेस्टोरेंट और ठहरने की जगहें हैं।

रुकने की व्यवस्था:

होटल रूम: ₹5000 तक

डॉरमेट्री / टेंट: ₹1000 – ₹1200



🌄 8. अन्य दर्शनीय स्थल (Nearby Attractions)

1. ईशानेश्वर महादेव मंदिर


2. भीम शिला


3. श्री आदि गुरु शंकराचार्य जी की समाधि


4. भैरव बाबा मंदिर – यहां से पूरे केदारनाथ घाटी का अद्भुत दृश्य


5. रेतस कुंड


6. बाबा बर्फानी मंदिर


7. मोदी गुफा – जहाँ प्रधानमंत्री मोदी ने साधना की थी


8. वासुकी ताल ट्रेक – 7 किमी की ट्रैकिंग (लोकल गाइड आवश्यक)



📅 9. यात्रा का आदर्श प्लान

दिन यात्रा का विवरण

पहला दिन अपने शहर से सोनप्रयाग या गौरीकुंड पहुँचना
दूसरा दिन गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रैकिंग और दर्शन
तीसरा दिन केदारनाथ में रुकना / भैरव बाबा व अन्य स्थल दर्शन
चौथा दिन वापसी – गौरीकुंड, सोनप्रयाग और फिर हरिद्वार



💰 10. अनुमानित खर्चा

प्रति व्यक्ति कुल खर्चा: ₹7000 (लगभग)
इसमें यात्रा, रुकने, खाने और अन्य खर्च शामिल हैं।



🙏 निष्कर्ष

केदारनाथ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है।
यह यात्रा कठिन जरूर है, लेकिन हर कदम पर “हर हर महादेव” का नाम लेने से आत्मा को शांति मिलती है।

अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कमेंट में "हर हर महादेव" जरूर लिखें!
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