दोस्तों खून का हमारे शरीर में बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है। खून का होना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि सही अवस्था में होना ज्यादा महत्वपूर्ण रखता है। शरीर में मौजूद खून सही अवस्था में होता है, तो इससे कई तरह की समस्याएँ पैदा होने लगती हैं। कई बार हमारे शरीर में खून काफी गाढ़ा हो जाता है। इस गाढ़े खून को फिर हम अलग अलग तरीकों से पतला करने की कोशिश करते है।
कई बार तो हम खून को पतला करने के लिए दवाइयों का भी इस्तेमाल करते हैं। अगर हमारे शरीर में ऐसे ही गाढ़ा खून रहेगा तो इससे खून के थक्के बनने शुरू हो जाते हैं। खून के थक्के की वजह से हार्ट अटैक जैसी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती हैं।
तो इस टोपिक मे आज हम आपको आयुर्वेद और कुदरती उपायों की मदद से खून को पतला करने के बारे में जानकारी देंगे।
हल्दी- हल्दी में औषधीय गुणों की भरमार होती है। हल्दी के ये औषधीय गुण ही हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में काफी मदद करते हैं। एक शोध के अनुसार हल्दी में कुरकुमिन नामक पदार्थ पाया जाता है। जो खून के थक्के को रोकने के लिए प्लेटलेट पर काम करता है। इसलिए हल्दी के सेवन से खून के थक्के बनने की संभावना कम होती है। इसीलिए गरम दूध में हल्दी डालकर अवश्य पीना चाहिए।
अदरक
अदरक में भी सेलिसिलेट होता है। जो कई पौधों में पाया जाता है। एसिटाइल सेलिसिलिक एसिड, सेलिसिलेट से उत्पन्न होता है। जिसे एस्पिरिन भी कहा जाता है। यह स्ट्रोक से रोकथाम करने में मदद करते हैं। एवोकाडो, बेरी, चेरी जैसे कुछ पदार्थों में सेलिसिलेट होता है। जो खून को पतला करने में मदद करते हैं। अदरक में सूजन कम करके मांसपेशियों को आराम देने के भी गुण होते हैं। इसलिए आप अदरक को भी खून को पतला करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अदकर के रहस्य को मिश्री या शहद में मिलाकर लेने से खून को पतला करने में काफी सहायक सिद्ध होगा।
- लहसुन
- लहसुन में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो शरीर में फ्री रेडिकल को नष्ट करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही लहसुन खून प्रेशर को सामान्य रखकर खून को पतला करने में मदद करता है। जिससे रक्त के प्रवाह में सुधार होता है। यदि आपको खून को पतला करना है तो आप लहसुन का सेवन कर सकते हैं। इसके साथ लहसुन काफी गर्म भी होता है इसीलिए लहसुन की 23 गलियों को रात को पानी में भिगोकर सुबह थाने इसे खून पतला करने में काफी फायदा मिलेगा।
- हमारे खून को पतला और हृदय को स्वस्थ रखने के लिए अर्जुन वृक्ष की छाल बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान देती है। अर्जुन वृक्ष की छाल को अच्छे से पानी में भिगो कर उसे छोटे छोटे हिस्सों में काट ले, फिर उसे छांव में अच्छी तरह 2 दिन के लिए सुखाएं। उसके बाद मिक्सी में अच्छी तरह पीस लें। अगर नहीं पीसना तो उसके छोटे छोटे कटे हुए हिस्सों को जो सूखे हुए हैं। उसको पानी में अच्छी तरह उबाल लें। फिर उबले पानी को छान ले। छानने के बाद उबले पानी में कालीमिर्च, मिश्री या काला नमक डालकर पानी पीने से शरीर में भरपूर ऊर्जा मिलेगी और यह हृदय के लिए भी काफी फायदेमंद सिद्ध होगा।
1.फाइबर युक्त भोजन करें
खून को शुद्ध रखने के लिए हमें नियमित तौर पर फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए।
इससे पाचन शक्ति तो अच्छी रहती ही है साथ ही खून भी साफ रहता है। गाजर, ब्रोकली, ब्राउन राइस, मूली, शलजम, सेब को अपने नियमित भोजन में शामिल करना चाहिए।
2.व्यायाम करना जरूरी
खून को साफ रखने और गाढ़ा होने से रोकने के लिए हमारे शरीर से पसीना निकलना जरूरी होता है। इसके लिए हमें योगा एवं एक्सरसाइज करना जरूरी होता है।
खून के गाढ़े होने से होने वाली परेशानियां
खून के गाड़ेे होने से बहुत सी परेशानियां हो जाती है उनमें से कुछ लक्षण नीचे दिये गये हैं।
- त्वचा की समस्यायें
- हृदय के रोग
- अक्सर बुखार का आना
- शरीर के कोमल भागों में नील पड़ जाना
- यूरिन की समस्या
- सिर घूमना एवं चक्कर आना
- चिड़चिड़ापन की समस्या
- मानसिक तनाव का होे जाना
- उल्टी होना
- घबराट की शिकायत होना